Liked on YouTube: माटी में मिलल जाता चढ़ल जवनिया | पूर्वी छपरहिया | Folk of Bihar | कल्पना पटवारी भारतीय लोक गायिका
माटी में मिलल जाता चढ़ल जवनिया | पूर्वी छपरहिया | Folk of Bihar | कल्पना पटवारी भारतीय लोक गायिका लोक धुनों में पूर्वी एक अत्यन्त प्रचलित एवं लोक प्रिय धुन है जो उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल तथा बिहार के पश्चिमाचल में बड़े चाव से गाय जाता है ! पूर्वी के कई अंग है जिन्हे बहुत कम लोग जानते है ! पूर्वी आम, पूर्वी छापरहिया और पटनहिया का ज्ञान तो बहुतो को है, किन्तु इसके अतिरिक्त दारुन पूर्वी, चम्पई पूर्वी और धन्नड़ पूर्वी अपनी - अपनी अलग पहचान रखते है, जिसे कम ही लोग जानते है ! मात्राओ और धुनों में थोड़ा सा अंतर हुआ करता है | इन धुनों पर भी इक्का दुक्का हमारे पारम्परिक गीत विधमान है | गायक इन्हे यदा - कदा गाते भी जरूर है | पर इनके नाम और पहचान से वाकिफ नहीं हैं कि वह कौन पूर्वी गा रहे हैं | पूर्वी तभी तक सिर्फ पुरुष गायक ही गया करते थे। जब कल्पना पटवारी ने पूर्वी गाई तो लगा, कि पहली बार पूर्वी को इतना अच्छा गाया जा सकता है। कहा जाता था कि पूर्वी गाने के लिये करेजा चाहिये। इतनी अच्छी गायिकी के लिये संगीत कि उचित शिक्षा बहुत ज़रूरी है। Singer: Kalpana Patowary Lyr...